
रायपुर. राजधानी रायपुर के लोग इस भीषण गर्मी में एक ऐसी जगह का रुख कर रहे हैं, जो न सिर्फ ऐतिहासिक है, बल्कि स्किन इंफेक्शन के लिए एक नेचुरल ट्रीटमेंट सेंटर जैसा बन चुका है. शहर के बीचो-बीच स्थित कंकाली तालाब को लेकर लोगों की मान्यता है कि इसमें नहाने से घमौरी, फुंसी, खुजली और अन्य स्किन प्रॉब्लम्स से राहत मिलती है. इस तालाब की कहानी कोई आज की नहीं, बल्कि करीब 650 साल पुरानी है.
गर्मी बढ़ने के साथ ही स्किन से जुड़ी दिक्कतें भी तेजी से सामने आती हैं. बाजार में मिलने वाली क्रीम और दवाओं से राहत नहीं मिलती, तो लोग नेचुरल विकल्प तलाशते हैं. इसी सिलसिले में कंकाली तालाब चर्चा का विषय बना हुआ है. पंडित आशीष शर्मा का कहना है कि एक-दो बार नहाने के बाद ही स्किन की जलन, खुजली और इन्फेक्शन जैसी समस्याएं काफी हद तक कम हो जाती हैं.
इतिहास से जुड़ी है दिलचस्प कहानीकंकाली मंदिर के पुजारी पंडित आशीष शर्मा आगे बताते हैं कि इस तालाब का निर्माण महंत कृपाल गिरी ने करवाया था. मान्यता है कि माता स्वयंभू ने उन्हें सपने में आकर मंदिर और तालाब बनाने के लिए कहा था. खास बात यह है कि तालाब की खुदाई के दौरान यहां कई कंकाल मिले, जिससे इसका नाम कंकाली तालाब पड़ गया. आज यह तालाब श्रद्धा और नेचुरल ट्रीटमेंट दोनों के लिए फेमस है.
तालाब के बीच मौजूद है शिव मंदिरतालाब की एक और खासियत यह है कि इसके सेंटर में भगवान शिव का एक पुराना मंदिर स्थित है, जो इस जगह की धार्मिक आस्था को और मजबूत बनाता है. पहले यह जगह श्मशान घाट हुआ करती थी, लेकिन अब यह लोगों के लिए पॉजिटिव एनर्जी और उपचार का स्पॉट बन चुकी है.
यहां नहाने के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र से भी लोग पहुंचते हैं. यहां तक कि विदेशों से भी लोग स्किन प्रॉब्लम्स का नेचुरल इलाज खोजते हुए यहां आते हैं. लोकल लोगों की मानें तो कुछ फैमिलीज हर साल गर्मियों में यहां आकर 2-3 दिन रुकती हैं और तालाब में स्नान करती हैं.
कंकाली तालाब एक शानदार उदाहरण है जहां परंपरा, आस्था और प्रकृति मिलकर एक अनोखा अनुभव देती हैं. यह न सिर्फ धार्मिक स्थल है, बल्कि अब लोगों के लिए एक नेचुरल स्किन केयर डेस्टिनेशन भी बनता जा रहा है. गर्मियों में अगर आप भी स्किन इन्फेक्शन से परेशान हैं, तो एक बार इस जगह को एक्सप्लोर करना दिलचस्प हो सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें! गर्मियों में स्किन इंफेक्शन का नेचुरल, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें!