
Narayanpur Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों ने माओवादी नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है. इस मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है. यह ऑपरेशन क्षेत्र में नक्सलियों की बढ़ती गतिविधियों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से चलाया गया था. मारे गए नक्सलियों में कई वरिष्ठ और महत्वपूर्ण नेता शामिल हैं, जिनका नक्सली आंदोलन में बड़ा योगदान रहा है.
मारे गए नक्सलियों के नाम इस प्रकार हैं: – बसवा राजू (70 वर्ष), जंगू नवीन उर्फ मधु (45 वर्ष), संगिता (35 वर्ष), भूमिका (35 वर्ष), रोशन उर्फ टीपू (35 वर्ष), सजतिन उर्फ हिडमे कुर्ताम (30 वर्ष), उगेंद्र उर्फ विवेक (30 वर्ष), उंगा उर्फ नवीन (25 वर्ष), बुच्ची उर्फ बसंती (25 वर्ष), बीमे उर्फ भीमे (25 वर्ष), रवि वंडो (25 वर्ष), गीता (25 वर्ष), जुगो उर्फ जमुना (25 वर्ष), विज्जा उर्फ लालसु (23 वर्ष), छोटी उर्फ रेशमा (23 वर्ष), कोसी उर्फ क्रांति (23 वर्ष), इडमे उर्फ सनकी मुचाकी (25 वर्ष), सूर्य उर्फ संतु ताती (22 वर्ष), कोसा उर्फ नागेश (32 वर्ष), राजू ओयाम (22 वर्ष), बदरू ओढ़ी (26 वर्ष), मंडको उर्फ सरिता (30 वर्ष), राजेश तेलम उर्फ जिला (35 वर्ष), आयते उर्फ रागों वेको (25 वर्ष), कल्पना अवलम उर्फ एडो (20 वर्ष), नंदू उर्फ नीलेश (30 वर्ष), और सुनील (25 वर्ष).
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन नक्सलियों में ₹1.5 करोड़ का इनामी बसव राजू 2010 के दंतेवाड़ा घात और 2003 के अलीपीरी बम हमले जैसे बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था, जिससे वह छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र में सबसे वांछित नक्सली नेताओं में से एक बन गया. उसकी मौत को माओवादी आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.
मारे गए 27 लोगों में 45 वर्षीय जंगू नवीन उर्फ मधु, जो दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य था और उस पर 25 लाख रुपये का इनाम था, और चार कंपनी पार्टी कमेटी के सदस्य – संगीता, 35 वर्षीय, भूमिका, 35 वर्षीय, रोसन उर्फ टीपू, और सोमली, 30 वर्षीय – जिनमें से प्रत्येक पर 10 लाख रुपये का इनाम था. सजातिन, उगेंदर, उंगा, बुच्ची, बिमे, रवि, गीता, जुगो, विज्जा, छोटी, कोसी, इडमे, सूर्या, कोसा, राजू, बदरू, मंडको, राजेश, आयते, कल्पना, नंदू और सुनील सहित शेष 22 नक्सली सक्रिय माओवादी कार्यकर्ता थे, हालांकि उन पर इनाम या भूमिका कम थी.
यह मुठभेड़ सुरक्षा बलों की समन्वित कार्रवाई और रणनीति का परिणाम है. नक्सली क्षेत्रों में सक्रिय खुफिया तंत्र और सघन अभियान के चलते सुरक्षा बलों को इस बड़ी कामयाबी मिली है. इस ऑपरेशन से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है और इलाके में शांति बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
सुरक्षा बलों ने इलाके में हथियारों और गोला-बारूद भी बरामद किया है. फिलहाल तलाशी अभियान जारी है, ताकि बाकी नक्सलियों का पता लगाया जा सके और उनके खात्मे के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें. इस ऑपरेशन को राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा भी सराहा गया है.