
Last Updated:April 30, 2025, 20:52 ISTForest Fire: सरगुजा के जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे वन्यजीवों और प्रकृति को नुकसान हो रहा है. वन विभाग इन घटनाओं को रोकने में नाकाम रहा है. जागरूकता की कमी और महुआ बिनने को कारण माना जा रहा है.X
सरगुजा का जंगल हाइलाइट्ससरगुजा के जंगलों में बढ़ी हैं आग की घटनाएंआग रोकने में नाकाम रहा है वन विभागजागरूकता की कमी और महुआ बिनने के कारण लगी आगअम्बिकापुर. छत्तीसगढ़ का सरगुजा अपनी खूबसूरत वादियों और घने जंगलों के लिए मशहूर है, लेकिन इन दिनों यहां के जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं. पिछले एक महीने में अंबिकापुर, उदयपुर और सीतापुर के जंगलों में आग लगने की लगभग एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं. इसके बावजूद वन विभाग इन घटनाओं को रोकने में नाकाम रहा है. जंगलों में आग लगने से न सिर्फ प्रकृति को नुकसान हो रहा है, बल्कि जंगली जानवरों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
जिम्मेदार है सरगुजा वन विभागजानकारों का मानना है कि इन घटनाओं के लिए सरगुजा वन विभाग जिम्मेदार है, जो अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में असफल रहा है. सरगुजा के घने जंगलों की देखभाल की जिम्मेदारी वन विभाग की होती है, जो बीट गार्ड की तैनाती करता है ताकि जंगलों की देखरेख हो सके और हर गतिविधि की जानकारी विभाग को मिलती रहे. लेकिन जिस तरह से सरगुजा के जंगलों में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं, उससे लगता है कि अब ये जंगल भगवान भरोसे हैं.
महुआ बिनने के कारण आगजनीपर्यावरण प्रेमी अनंगपाल दीक्षित का कहना है कि जंगलों में आग लगने की घटनाएं जागरूकता की कमी और महुआ बिनने के कारण होती हैं. उन्होंने कहा कि वन विभाग का दायित्व है कि ग्रामीणों में जागरूकता फैलाए, लेकिन विभाग ऐसा कुछ नहीं करता, जिसके परिणामस्वरूप जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं.
आग की लपटों ने किया पूरे जंगल को राखबीट गार्ड मनोज कुमार सिंह बताते हैं कि दो दिन पहले एक बांस प्लांटेशन में सुबह लगभग 9 बजे आग लगी थी. वन विभाग और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे. दो दिनों तक आग की लपटों ने पूरे जंगल को राख कर दिया, जिससे काफी नुकसान हुआ और वन्य जीव भी आग की चपेट में आ गए. अधिकारी डीएफओ, एसडीओ और अन्य सभी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. जितना सामान बचा था, उसे डिपो में भेजा गया. हालांकि, आग लगने का कारण अब तक पता नहीं चल सका है. आग जिसने भी आग लगाई होगी, उसे छोड़ा नहीं जाएगा, क्योंकि जंगलों में आग लगने से वहां रहने वाले जीव-जंतु भी अपनी जान गंवा रहे हैं. वन विभाग अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क है.
Location :Ambikapur,Surguja,ChhattisgarhFirst Published :April 30, 2025, 20:52 ISThomechhattisgarhजंगल में लगी आग, मौत का मचा बवंडर, वन विभाग रहा नाकाम
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