
Sindoor Lagane ke Niyam: हर विवाहित महिला के लिए उसका श्रृंगार विशेष महत्व रखता है और इस श्रृंगार में सबसे खास होती है मांग में भरा गया सिंदूर. यह केवल एक सौंदर्य प्रसाधन नहीं, बल्कि एक पवित्र प्रतीक है जो पति के प्रति प्रेम, समर्पण और लंबी आयु की कामना को दर्शाता है. भारतीय संस्कृति में इसे सौभाग्य और शुभता का प्रतीक माना गया है. ऐसा माना जाता है कि जिस स्त्री की मांग में प्रतिदिन सिंदूर होता है, उसके वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्थिरता बनी रहती है. हालांकि, अगर इसे गलत समय पर या अनुचित तरीके से लगाया जाए, तो यह लाभ की बजाय जीवन में तनाव, कलह और दुर्भाग्य भी ला सकता है. इसलिए सिंदूर लगाने के नियमों को समझना और अपनाना बेहद जरूरी है. इस बारे में बता रहे हैं ज्योति एवं वास्तु शास्त्री रवि पाराशर.
सिंदूर लगाने का सही समय और दिशाजब भी आप सिंदूर लगाएं, ध्यान दें कि आपका मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर हो. इन दिशाओं को देवताओं की दिशा माना गया है और यहां बैठकर श्रृंगार करना सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है. इससे पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर और स्थायी रहते हैं. वहीं, दक्षिण दिशा की ओर मुख करके सिंदूर लगाने से बचना चाहिए क्योंकि यह दिशा यम की मानी जाती है और अशुभ फल दे सकती है.
चांदी के सिक्के से करें सिंदूर का प्रयोगकई पारंपरिक परिवारों में विवाह के समय वर-वधू की मांग चांदी के सिक्के से भरी जाती है. यह सिर्फ रस्म नहीं, बल्कि इसके पीछे धार्मिक भावनाएं भी जुड़ी होती हैं. ऐसा माना जाता है कि चांदी के स्पर्श से सिंदूर पवित्र होता है और देवी लक्ष्मी व माता पार्वती की कृपा बनी रहती है. इसलिए अपने सिंदूरदानी में एक चांदी का सिक्का अवश्य रखें और उसी से सिंदूर लगाना शुभ होता है.
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सिंदूर लगाने के बाद सबसे पहले किसे देखेंहर सुबह सिंदूर लगाने के तुरंत बाद सबसे पहले अपने पति का चेहरा देखना शुभ माना गया है. इससे वैवाहिक प्रेम बढ़ता है और आपसी विश्वास मजबूत होता है. अगर पति घर पर न हों या दूर हों, तो उनकी तस्वीर देखना भी समान रूप से फलदायक होता है.
मंगलवार को क्यों न लगाएं सिंदूरमंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है और वे ब्रह्मचारी माने जाते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन विवाहित महिलाओं को सिंदूर नहीं लगाना चाहिए. हनुमान जी ने एक बार माता सीता का सिंदूर अपने शरीर पर लगाया था, तभी से उन्हें मंगलवार को सिंदूर अर्पित किया जाता है. इसलिए महिलाएं इस दिन सिंदूर से परहेज करें.
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सोमवार को इन बातों का रखें ध्यानसोमवार भगवान शिव का दिन होता है. मान्यता है कि इस दिन महिलाओं को सिर से स्नान नहीं करना चाहिए, खासकर तब जब सिर पर पहले से सिंदूर लगा हो. सिर से स्नान करने से सिंदूर बह जाता है, जो अशुभ माना जाता है. विशेष रूप से जिन महिलाओं की पहली संतान पुत्र है, उन्हें इस नियम का पालन अवश्य करना चाहिए.