
Atro Tips of Wheat Flour: सनातन धर्म में ज्योतिष की तरह वास्तु शास्त्र का भी बहुत महत्व है. इसलिए घर में रखी हर चीज पर वास्तु नियम लागू होता है. यही नहीं, इसके जरिए जीवन में होने वाली घटनाओं की जानकारी होती है. इनसे बचने के लिए जरूरी नियमों का पालन कर परेशानी को दूर करते हैं. यही नहीं, आपको जानकार हैरानी होगी कि, हमारे खानपान में काम आने वाले आटे पर वास्तु का प्रभाव होता है. इसलिए ज्योतिष आचार्य शुभ दिन गेहूं पिसवाने की सलाह देते हैं. ऐसा करने से न सिर्फ जीवन में आ रही समस्याओं को दूर किया जा सकता है, बल्कि आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिल सकता है. अब सवाल है कि आखिर गेहूं पिसवाने के लिए सबसे शुभ दिन कौन हैं? आइए जानते हैं इस बारे में-
गेहूं पिसवाने के सबसे शुभ दिन
कई लोग गेहूं को किसी भी दिन पिसवा लेते हैं. लेकिन, ऐसा करना आपके लिए गलत साबित हो सकता है. ऐसी स्थिति आपको कई परेशानियों का शिकार होना पड़ सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गेहूं पिसवाने के लिए सोमवार या शनिवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है.
पिसवाने वाले गेहूं में मिलाएं ये चीजें
चक्की पर गेहूं पिसवाने जाते समय तुलसी के ग्यारह पत्ते भी उसमें डाल दें. इसके अलावा, एक लाल थैली में केसर के 2 पत्ते और थोड़े से गेहूं डालकर मंदिर में रखकर फिर इन्हें भी पिसवाने वाले गेहूं में मिला दें. ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास होगा, जिससे धन में बरकत होगी.
गेहूं के आटे में हल्दी क्यों मिलाएं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आपके पास पैसा आ रहा है लेकिन ठहरता नहीं है तो इसके लिए गेहूं के आटे में थोड़ी सी हल्दी मिलाएं. अब इस आटे को गुरुवार के दिन किसी गाय को खिला दें. इस उपाय से आपके पास धन ठहरने लगेगा. घर में पसरी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाएगी. धन आगमन के स्रोत बढ़ेंगे. नियमित रूप से आप चीटियों को भी आटा खिला सकते हैं.
आर्थिक तंगी दूर करने का उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं आपके पास पैसा नहीं टिकता है और घर में अक्सर अनबन बनी रहती है तो गेहूं का आटा पिसवाने से पहले उसमें 100 ग्राम काले चने, 100 ग्राम तुलसी और दो रेशे केसर के डाल दें. इन सबको मिक्स करके शनिवार के दिन ही पिसवाएं. इस आटे का उपयोग रोटी बनाने में करें और इस भोजन को घर के सभी सदस्य ग्रहण करें.
भूखे को भोजन कराने के लाभ
जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान न बन पा रहा हो, वे प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं. ऐसा नियमित करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी या पैतृक सम्पति प्राप्त होगी. अगर सम्भव हो तो प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात् निम्न मंत्र का जाप करें. “ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब भवंति भवंति..´´
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)